एलआईसी आईपीओ || एलआईसी आईपीओ अच्छा या बुरा? || एलआईसी इतिहास हिंदी में || एलआईसी आईपीओ भविष्यवाणी ||
कि शादी भारत में ऐसा कोई घर होगा जिसके घर में LIC की पॉलिसी नहीं ली गई हो या उसको वह नहीं जानता हूं अब जब LIC के शेयर मार्केट में अवेलेबल है तो हम सोच रहे हैं कि इसमें इनवेस्ट करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए LIC कैसी कंपनी है जिसका बहुत सुनहरा इतिहास रहा है और उसका भविष्य शायद उतना सुनहरा नहीं है तो बात आती है भैया क्या करें हम उस सुनहरे इतिहास को देखकर खुश होते रह कितनी बढ़िया कमी कितना अच्छा काम करती है या भविष्य की तरफ देखकर हमारा पैसा कि डबल हो सकता है कि चार गुना हो सकता है कि हो पाएगा कि नहीं हो पाएगा यह
सेट करें तो आपका कंफ्यूजन ने अभी क्लियर कर देता हूं आने वाले पांच मिनट में मैं अगले 2 मिनट मैं आपको बताऊंगा कि LIC का कितना गौरवशाली इतिहास रहा है उसके अगले 2 मिनट में बताऊंगा कि कौन-कौन से चेंजेस है जो LIC के जीवन में आ चुके हैं जिससे LIC को बचके रहना है और लास्ट एक मिनट मैं दूंगा मेरी ओपन हैं कि क्या इसमें में निवास कर रहा हूं या नहीं कर रहा और आखिर जो भी डिसिज़न ले रहा हूं वह डिसीजन में क्यों ले रहे हो तो बिना टाइम वेस्ट किए कर वीडियो की शुरुआत है कर दो है तो सबसे पहले बात करते हैं LIC के गौरवपूर्ण इतिहास के बारे में LIC के 2
लाख से ज्यादा एंप्लॉई है साढ़े 13 लाख से ज्यादा इंश्योरेंस एजेंट है 30 करोड़ से ज्यादा पॉलिसीहोल्डर्स है अगर LIC पॉलिसी होल्डर्स का अलग से देश बनाया है ना तो विश्व में चौथा सबसे बड़ा देश होगा जनसंख्या लिहाज से इतने पॉलिसी होल्डर है LIC इंडिया का सबसे बड़ा लार्जेस्ट इंश्योरेंस कंपनी है और वह कैसे हैं क्योंकि इसकी स्थापना 1956 में हुई थी और जो 1956 में इसकी स्थापना हुई 245 छोटी बड़ी प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियां काम कर रही थी उन सबको सरकार ने मृत किया और एक कंपनी बना दी लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया LIC ऑफ इंडिया और 1956 से लेकर
सन दो हजार तक चले इस साल तक इसका एक छत्र राज रहा क्योंकि इसके अलावा को इंश्योरेंस कंपनी स्क्रीन है चाहे इस साल तक अगर किसी ने भी इंश्योरेंस लिया है उसके पास LIC के अलावा रूस एक तिहाई ने इसलिए यह सबसे बड़ी कंपनी बन कर उभरी है और अब हम एजिंग कर सकते हैं कि चमोली इस साल की से डॉमिनेंस जो एक छत्र राज्य है उसके चलते इन्हें क्या-क्या चीजें की है भारत की 98% जिद इस ट्रिक में जिले में LIC का कोई न कोई ब्रांच ऑफिस या LIC का कोई ना कोई एजेंट मौजूद है LIC का मार्केट शेयर 64 परसेंट और जो नंबर टू है वह एसबीआई उसका कितना
मानते हो नंबर वन 64 है तो जो नंबर टू कितना होगा आठ प्रतिशत नंबर वन पर 64 नंबर टू पर आठ नंबर 268 गुना बड़ी इलायची यह साइज और इसीलिए कहते हैं वह आप बहुत होता है इसका ब्रांच नेटवर्क सबसे बड़ा है LIC के टोटल पूरे भारत में 51 हजार 637 ब्रांच है जिसके माध्यम से इलायची को ऑपरेट करती है सेकंड नंबर पर आप भी आता है जिसकी है 38 हजार कुछ ब्रांच इस इस समय जितनी भी प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियां के टोटल लेंट मिला लिया जाए तो है 11 लाख और LIC के लेकर साढ़े तेरा ला कि एक अकेला सब पर भारी LIC के बाद जितना भी एक्स्ट्रा पैसा है वह
कहां इन्वेस्ट कर रही है वह इनवेस्ट करती है भैया ओ केंद्र सरकार को पैसा देती है केंद्र सरकार के सिक्योरिटी है राज्य सरकार की सिक्योरिटी ने और जो पैसा बचा हुआ है वह कुछ बोर्ड में डालती है कुछ इक्विटी मार्केट में डालती है तो इसका जितना भी इंवेस्टमेंट है टोटल स्पेस इनवेस्टमेंट है इंडिया की नंबर वन कंपनी है और ग्लोबली बात करें तो विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी है तो अब मैं आपको होरिजन बता तो जिस कारण से मुझे लगता है कि यह पांच कारण जिसमें LIC में कुछ बनना है उसका भविष्य उज्ज्वल है सबसे पहला इसका मार्केट शेयर गिर रहा है
माना इसका मार्केट शेयर 64 पर सेंटर सेकेंड का आठ परसेंट है थोड़े ढीले गैप का मोहरा है आठ साल पहले इंच का मार्क है अत बेहतर पोषण था तो बेहतर परसेंट से 64 पहले और अगले आठ साल में क्या होगा मुझे नहीं पता लेकिन अगर मैं इतिहास को अगर पढ़ लूं तो भाई साहब पहले बेसन लगा राज था लेकिन जैसी प्राइवेट कमी आई बीएसएनल भी साथ बेस्ट पर चला दो है SBI कबीर चतुर रास्ता प्राइवेट बैंक आए SBI पीछे चला गया एक समय था जब एयर इंडिया का एकछत्र राज्य था प्राइवेट एयरलाइंस जी बैकफुट पर चला गया तो जो भी गवर्नमेंट काम करती है और गवर्नमेंट की कंपनी है वह कुछ समय तक
एकछत्र राज्य करती है पर जैसे ही वहां पर प्राइवेट लेयर के एंटर होती है वह कांग्रेस के लिए काम करना चालू कर देते हैं और गवर्नमेंट शेयर का होने लग जाता है जैसा कि हम LIC में दिख रहा है और आने वाले भविष्य में और कम होगा एक इंश्योरेंस की दुनिया में ग्रोथ के लिए मैसेज देखा जाता है MBPS न्यू बिजनेस प्रीमियम तो अगर पूरे मार्केट की बात करें तो मार्केट में यह जो प्रीमियम बढ़ रहा है यह सत्रह परसेंट की तेजी से बढ़ रहा है तो नया बिजनेस प्रीमियम मार्केट में बढ़ रहे 17 पर सिगरेट से LIC का बढ़ रहा है साथ पर्सन गेट्स है यानी मार्केट LIC से ढाई गुना
तेजी से बढ़ रहा है ऐसा नहीं कि LIC ग्रोथ नहीं कर रही है वह कर रही है और बाकी उसके कंप्यूटर इसकी तुलना में दो या ढाई गुणा ज्यादा तेजी से आगे बढ़ रहे हैं तो उसकी ग्रोथ की स्पीड धीमी है तो आगे पीछे भैया यह ग्रोथ अपनी के अक्षर नहीं कर पाएगी तीसरा झाला डिजिटल प्रेजेंट्स कि ऐसा क्यों हो रहा है यह जो पिछड़ गई बाकी को आगे बढ़ गए क्योंकि जब ज़माना ऑनलाइन का है हम सारी चीजें ऑनलाइन खरीदते हैं हम बिजली का बिल खाने का बिल पेमेंट सब ऑनलाइन कर रहे हैं तो इंश्योरेंस प्रीमियम ऑनलाइन करना चाहते हैं ठीक है लेकिन LIC में LIC इस पर बहुत ज्यादा अगर असली काम
नहीं करता अगर मैं बाकी कंपनियों का देखूं तो नब्बे परसेंट से ज्यादा प्रीमियम रिनुअल होता है ऑनलाइन और LIC का देखें तो वह लगभग शत-प्रतिशत ऐसा नहीं कि LIC ऑनलाइन पर ही नहीं LIC ऑनलाइन पर है इसके पास वेबसाइट दी है ऑनलाइन पेमेंट पर सकते हो यह कुछ एग्रीगेटर प्लेटफार्म पर अवेलेबल है हर जिस पर नहीं है ठीक है बहुत एक्टिवली काम नहीं करती थी जिसे पॉलिसी बाजार पर जाओगे तो वह आपको LIC के बहुत सारे प्रोडक्ट में इलायची मिलेगी LIC का ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है वह खासा रोष नहीं है तो आप बोलोगे जब इतना पैसा है कर ले ठीक करती इसलिए नहीं जबकि बाकी जितनी भी
प्राइवेट कंपनी है वह ऑनलाइन मैडम से ज्यादा बेचती है एजेंट्स पर कम निर्भर है और यहां पर हमारी LIC कि का नोट थ्री परसेंट पॉलिसी एजेंट के माध्यम से मिटती है तो शो में साथ पॉलिसी बंदे रहता है 98% के माध्यम से लेता है और इसे जनता के खून-पसीने की कमाई से LIC जिनके बारे में जगह-जगह चौथा हिस्सा काफी अर्थात जो गांव में घर के लाइसेंस को कह दिया कि रात को जाना वहां साधु संडे सुबह 8:00 ना वह जाता है होली दीवाली हुआ था तो घर-घर पहुंचकर जो प्रोडक्शन लाइन की मेहनत और खून पसीने के दम पर बने लेकिन अब क्या हुआ कि भैया अब यह कहने कि अगर तुम ऑनलाइन चले गए तो
हमारा क्या होगा तो LIC कैरियर भैया थी कैसा है ग्रोथ करनी है तो ऑनलाइन जाना पड़ेगा और ऑनलाइन जायेंगे तुम्हारे बिना यह जो लेंगे जो कि 90% देते हैं तो कल को ऑनलाइन बढ़ाने के चक्कर में इनसे पंगा ले लिया तो जो है उससे भी जाएंगे तो इनके लिए इन्हें इतना त्याग समर्पण दिया और यह नाराज हो जाए इसलिए यह ऑनलाइन नहीं आ रही है तो जब तक ऑनलाइन जाएगी आफ तो आज के दौर में कोई आदमी ऑनलाइन न जाए या ऑनलाइन हो तो सही पर एक्टिवली काम न करें तो कितने दिन मार्केट में टिका रह पाएगा तो इस ज्यादा इसी में इनवेस्ट करते टाइम डर लगता है कि भैया कल कोई पिछड़ गई थी परफॉर्मेंस
प्रिटी प्रिया शेयर पर तो सका ये चौथा पॉइंट अल्लू मार्जिन LIC का मार्जिन कम है क्यों है ज्यादा सुनना को मार्जिन कैसे आता है जिस प्रोडक्ट को आपस में कितना मार्जिन तो दो तरह के प्रोडक्ट होते हैं कुत्ते आइटम प्रोडक्ट होता है इनवेस्टमेंट प्रोडक्ट प्रोडक्ट है कि भैया मैंने एक LIC की पॉलिसी कराई यह भी सजा रुपए की पॉलिसी है अगर मुझे कुछ हो गया तो आप मुझे थोड़े दोगे पर नहीं होता है पैसे गए और LIC किसी भी कम होगी तो हाई मार्जिन होता है टॉप में और एक इनवेस्टमेंट बोला था कि नहीं तुम मुझे पैसे दिए जाओ अगर कुछ हो गया तो वैसे मिल जाएगा और नहीं हुआ तो भी
यह पैसा टुकड़ों-टुकड़ों में हाथी के पास वापस आ जाएगा तो नो रिलीज LIC में शुरुआत में लोगों ने पैसा लगाया तुम जितना भी पैसा लगा वह इनवेस्टमेंट वाले प्रोडक्ट में दर्द है तो LIC का बहुत ज्यादा हाई मार्जिन प्रोडक्ट नहीं है बाकी कमियां जितना काम कर रही हूं का मार्जिन ज्यादा है वह टर्म लोन वाले प्रोडक्ट जहां पर मार्जिन ज्यादा है उसमें काम कर रही है और LIC उन्हें इनवेस्टमेंट वाले जो है उसमें थोड़ा काम करिए अपनी मार्जिन कम है दूसरी चीज़ बाकी कंपनियों ऑनलाइन भेज देती है जहां ऑनलाइन ज्यादा से ज्यादा दिख रहा है वह एजेंट का कमीशन कितना देर है नहीं पड़
रहा था और सर्विस बहुत इजी ऑनलाइन तैनात कि और यहां पहले 793 पॉलिश प्रेसिडेंट लेच रहा है तो खुद जाकर बैठ है दूसरा खर्चा भी लगता है और इसी चक्कर में LIC को उसका मोटा कमीशन भी देना पड़ता है तो LIC इधर कमीशन ज्यादा दे रही है ऑनलाइन ऑर्डर मार्जिन जो प्रोडक्ट बेचने इसमें मार्जिन कम है और बेचने का खर्चा जाता है और प्राइवेट पर क्या कर रहे हैं जो प्रोडक्ट बेच रहे हैं उसमें मार्जिन ज्यादा है और उनका देने का खर्चा भी कम है इसलिए इसका मार्जिन कंपेयर टू मार्केट बहुत कम है और पॉइंट है मार्केट का टेंशन आज तक इंडिया के जितने भी बड़े आईपीओ है जिनका नाम था
दिन का इंतज़ार था अरे कोल इंडिया का आईपीओ आएगा जी और पेटीएम का इशू आएगा और रिलायंस पावर का आईपीओ आएगा जितनी भी बड़े बड़े आईपीओ है सारे के सारे हुए तो धनिए कोई बहुत बड़ा लिस्ट इंडियन भी नहीं मिल पाया तो ट्रेंड वैसे भी फेवर में नहीं है तो अब मैं आपको मेरा फाइनल कंफ्यूज नंबर दूं मेरा फाइनल क्वेश्चन है कि इसका इतिहास बहुत बढ़िया रहा है इसने भारतीयों के लिए भारत के लिए बहुत अच्छा काम किया बट फ्यूचर की जो बिजनेस फंडामेंटल हैं उसमें मुझे फिट नहीं लगती तो मुझे ऐसी कंपनी में पैसा लगाना है जिसमें आज कैसा लगा तो कंपनी डबल-ट्रिपल चार गुना हो और
मेरा पैसा भी उसके साथ डबल-ट्रिपल चार होना पड़ता है लेकिन इस कंपनी में मुझे वह इतनी कैपिसिटी नहीं लगती कि यहां से अगले 10 साल में भी साल में अपने बिजनेस को अपने शेयर का प्राइस को डब्लू ट्रिपल कर पाएगी तो मेरा पर्सनल ओपिनियन है कि long-term के हिसाब से मैं इसमें पैसा नहीं लगा था हां हो सकता है छोटा-मोटा लिफ्टिंग यह न जाए इसके भैया जितना भी नॉर्वे में वेस्ट होता है जिस दिन रिस्टोर आयोजन हजार ग्यारह सौ मिला है आपको सोद सोद मिल जाए इसकी संभावना है पर वह भी बहुत कम है थोड़ी बहुत सम्मान है बट कम है लेकिन लॉन्ग टर्म में तो मैं इसको बिल्कुल
भी कमेंट नहीं करूंगा आपको क्या लगता है आप मेरी बात से सहमत हैं तो मुझे कमेंट बॉक्स में बताइए आपका कोई आरोपी ने न तो मुझे कमेंट में बताइए और अगला कौन सा है साइड है जिस पर आप चाहते हैं कि मैं डिटेल में वीडियो बना कर बताओ वह मुझे बताइए तो मैं गुलाबी कि जल्दी बर्ताव तब तक इस वीडियो को देखते रहिए शेयर करते रहिए ज्यादा ज्यादा लोगो तक पहुंचाते रहिए और लाइक कमेंट सब्सक्राइब जरूर कीजिए धन्यवाद्
कि शादी भारत में ऐसा कोई घर होगा जिसके घर में LIC की पॉलिसी नहीं ली गई हो या उसको वह नहीं जानता हूं अब जब LIC के शेयर मार्केट में अवेलेबल है तो हम सोच रहे हैं कि इसमें इनवेस्ट करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए LIC कैसी कंपनी है जिसका बहुत सुनहरा इतिहास रहा है और उसका भविष्य शायद उतना सुनहरा नहीं है तो बात आती है भैया क्या करें हम उस सुनहरे इतिहास को देखकर खुश होते रह कितनी बढ़िया कमी कितना अच्छा काम करती है या भविष्य की तरफ देखकर हमारा पैसा कि डबल हो सकता है कि चार गुना हो सकता है कि हो पाएगा कि नहीं हो पाएगा यह
कि शादी भारत में ऐसा कोई घर होगा जिसके घर में LIC की पॉलिसी नहीं ली गई हो या उसको वह नहीं जानता हूं अब जब LIC के शेयर मार्केट में अवेलेबल है तो हम सोच रहे हैं कि इसमें इनवेस्ट करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए LIC कैसी कंपनी है जिसका बहुत सुनहरा इतिहास रहा है और उसका भविष्य शायद उतना सुनहरा नहीं है तो बात आती है भैया क्या करें हम उस सुनहरे इतिहास को देखकर खुश होते रह कितनी बढ़िया कमी कितना अच्छा काम करती है या भविष्य की तरफ देखकर हमारा पैसा कि डबल हो सकता है कि चार गुना हो सकता है कि हो पाएगा कि नहीं हो पाएगा यह
सेट करें तो आपका कंफ्यूजन ने अभी क्लियर कर देता हूं आने वाले पांच मिनट में मैं अगले 2 मिनट मैं आपको बताऊंगा कि LIC का कितना गौरवशाली इतिहास रहा है उसके अगले 2 मिनट में बताऊंगा कि कौन-कौन से चेंजेस है जो LIC के जीवन में आ चुके हैं जिससे LIC को बचके रहना है और लास्ट एक मिनट मैं दूंगा मेरी ओपन हैं कि क्या इसमें में निवास कर रहा हूं या नहीं कर रहा और आखिर जो भी डिसिज़न ले रहा हूं वह डिसीजन में क्यों ले रहे हो तो बिना टाइम वेस्ट किए कर वीडियो की शुरुआत है कर दो है तो सबसे पहले बात करते हैं LIC के गौरवपूर्ण इतिहास के बारे में LIC के 2
लाख से ज्यादा एंप्लॉई है साढ़े 13 लाख से ज्यादा इंश्योरेंस एजेंट है 30 करोड़ से ज्यादा पॉलिसीहोल्डर्स है अगर LIC पॉलिसी होल्डर्स का अलग से देश बनाया है ना तो विश्व में चौथा सबसे बड़ा देश होगा जनसंख्या लिहाज से इतने पॉलिसी होल्डर है LIC इंडिया का सबसे बड़ा लार्जेस्ट इंश्योरेंस कंपनी है और वह कैसे हैं क्योंकि इसकी स्थापना 1956 में हुई थी और जो 1956 में इसकी स्थापना हुई 245 छोटी बड़ी प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियां काम कर रही थी उन सबको सरकार ने मृत किया और एक कंपनी बना दी लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया LIC ऑफ इंडिया और 1956 से लेकर
सन दो हजार तक चले इस साल तक इसका एक छत्र राज रहा क्योंकि इसके अलावा को इंश्योरेंस कंपनी स्क्रीन है चाहे इस साल तक अगर किसी ने भी इंश्योरेंस लिया है उसके पास LIC के अलावा रूस एक तिहाई ने इसलिए यह सबसे बड़ी कंपनी बन कर उभरी है और अब हम एजिंग कर सकते हैं कि चमोली इस साल की से डॉमिनेंस जो एक छत्र राज्य है उसके चलते इन्हें क्या-क्या चीजें की है भारत की 98% जिद इस ट्रिक में जिले में LIC का कोई न कोई ब्रांच ऑफिस या LIC का कोई ना कोई एजेंट मौजूद है LIC का मार्केट शेयर 64 परसेंट और जो नंबर टू है वह एसबीआई उसका कितना
मानते हो नंबर वन 64 है तो जो नंबर टू कितना होगा आठ प्रतिशत नंबर वन पर 64 नंबर टू पर आठ नंबर 268 गुना बड़ी इलायची यह साइज और इसीलिए कहते हैं वह आप बहुत होता है इसका ब्रांच नेटवर्क सबसे बड़ा है LIC के टोटल पूरे भारत में 51 हजार 637 ब्रांच है जिसके माध्यम से इलायची को ऑपरेट करती है सेकंड नंबर पर आप भी आता है जिसकी है 38 हजार कुछ ब्रांच इस इस समय जितनी भी प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियां के टोटल लेंट मिला लिया जाए तो है 11 लाख और LIC के लेकर साढ़े तेरा ला कि एक अकेला सब पर भारी LIC के बाद जितना भी एक्स्ट्रा पैसा है वह
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माना इसका मार्केट शेयर 64 पर सेंटर सेकेंड का आठ परसेंट है थोड़े ढीले गैप का मोहरा है आठ साल पहले इंच का मार्क है अत बेहतर पोषण था तो बेहतर परसेंट से 64 पहले और अगले आठ साल में क्या होगा मुझे नहीं पता लेकिन अगर मैं इतिहास को अगर पढ़ लूं तो भाई साहब पहले बेसन लगा राज था लेकिन जैसी प्राइवेट कमी आई बीएसएनल भी साथ बेस्ट पर चला दो है SBI कबीर चतुर रास्ता प्राइवेट बैंक आए SBI पीछे चला गया एक समय था जब एयर इंडिया का एकछत्र राज्य था प्राइवेट एयरलाइंस जी बैकफुट पर चला गया तो जो भी गवर्नमेंट काम करती है और गवर्नमेंट की कंपनी है वह कुछ समय तक
एकछत्र राज्य करती है पर जैसे ही वहां पर प्राइवेट लेयर के एंटर होती है वह कांग्रेस के लिए काम करना चालू कर देते हैं और गवर्नमेंट शेयर का होने लग जाता है जैसा कि हम LIC में दिख रहा है और आने वाले भविष्य में और कम होगा एक इंश्योरेंस की दुनिया में ग्रोथ के लिए मैसेज देखा जाता है MBPS न्यू बिजनेस प्रीमियम तो अगर पूरे मार्केट की बात करें तो मार्केट में यह जो प्रीमियम बढ़ रहा है यह सत्रह परसेंट की तेजी से बढ़ रहा है तो नया बिजनेस प्रीमियम मार्केट में बढ़ रहे 17 पर सिगरेट से LIC का बढ़ रहा है साथ पर्सन गेट्स है यानी मार्केट LIC से ढाई गुना
तेजी से बढ़ रहा है ऐसा नहीं कि LIC ग्रोथ नहीं कर रही है वह कर रही है और बाकी उसके कंप्यूटर इसकी तुलना में दो या ढाई गुणा ज्यादा तेजी से आगे बढ़ रहे हैं तो उसकी ग्रोथ की स्पीड धीमी है तो आगे पीछे भैया यह ग्रोथ अपनी के अक्षर नहीं कर पाएगी तीसरा झाला डिजिटल प्रेजेंट्स कि ऐसा क्यों हो रहा है यह जो पिछड़ गई बाकी को आगे बढ़ गए क्योंकि जब ज़माना ऑनलाइन का है हम सारी चीजें ऑनलाइन खरीदते हैं हम बिजली का बिल खाने का बिल पेमेंट सब ऑनलाइन कर रहे हैं तो इंश्योरेंस प्रीमियम ऑनलाइन करना चाहते हैं ठीक है लेकिन LIC में LIC इस पर बहुत ज्यादा अगर असली काम
नहीं करता अगर मैं बाकी कंपनियों का देखूं तो नब्बे परसेंट से ज्यादा प्रीमियम रिनुअल होता है ऑनलाइन और LIC का देखें तो वह लगभग शत-प्रतिशत ऐसा नहीं कि LIC ऑनलाइन पर ही नहीं LIC ऑनलाइन पर है इसके पास वेबसाइट दी है ऑनलाइन पेमेंट पर सकते हो यह कुछ एग्रीगेटर प्लेटफार्म पर अवेलेबल है हर जिस पर नहीं है ठीक है बहुत एक्टिवली काम नहीं करती थी जिसे पॉलिसी बाजार पर जाओगे तो वह आपको LIC के बहुत सारे प्रोडक्ट में इलायची मिलेगी LIC का ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है वह खासा रोष नहीं है तो आप बोलोगे जब इतना पैसा है कर ले ठीक करती इसलिए नहीं जबकि बाकी जितनी भी
प्राइवेट कंपनी है वह ऑनलाइन मैडम से ज्यादा बेचती है एजेंट्स पर कम निर्भर है और यहां पर हमारी LIC कि का नोट थ्री परसेंट पॉलिसी एजेंट के माध्यम से मिटती है तो शो में साथ पॉलिसी बंदे रहता है 98% के माध्यम से लेता है और इसे जनता के खून-पसीने की कमाई से LIC जिनके बारे में जगह-जगह चौथा हिस्सा काफी अर्थात जो गांव में घर के लाइसेंस को कह दिया कि रात को जाना वहां साधु संडे सुबह 8:00 ना वह जाता है होली दीवाली हुआ था तो घर-घर पहुंचकर जो प्रोडक्शन लाइन की मेहनत और खून पसीने के दम पर बने लेकिन अब क्या हुआ कि भैया अब यह कहने कि अगर तुम ऑनलाइन चले गए तो
हमारा क्या होगा तो LIC कैरियर भैया थी कैसा है ग्रोथ करनी है तो ऑनलाइन जाना पड़ेगा और ऑनलाइन जायेंगे तुम्हारे बिना यह जो लेंगे जो कि 90% देते हैं तो कल को ऑनलाइन बढ़ाने के चक्कर में इनसे पंगा ले लिया तो जो है उससे भी जाएंगे तो इनके लिए इन्हें इतना त्याग समर्पण दिया और यह नाराज हो जाए इसलिए यह ऑनलाइन नहीं आ रही है तो जब तक ऑनलाइन जाएगी आफ तो आज के दौर में कोई आदमी ऑनलाइन न जाए या ऑनलाइन हो तो सही पर एक्टिवली काम न करें तो कितने दिन मार्केट में टिका रह पाएगा तो इस ज्यादा इसी में इनवेस्ट करते टाइम डर लगता है कि भैया कल कोई पिछड़ गई थी परफॉर्मेंस
प्रिटी प्रिया शेयर पर तो सका ये चौथा पॉइंट अल्लू मार्जिन LIC का मार्जिन कम है क्यों है ज्यादा सुनना को मार्जिन कैसे आता है जिस प्रोडक्ट को आपस में कितना मार्जिन तो दो तरह के प्रोडक्ट होते हैं कुत्ते आइटम प्रोडक्ट होता है इनवेस्टमेंट प्रोडक्ट प्रोडक्ट है कि भैया मैंने एक LIC की पॉलिसी कराई यह भी सजा रुपए की पॉलिसी है अगर मुझे कुछ हो गया तो आप मुझे थोड़े दोगे पर नहीं होता है पैसे गए और LIC किसी भी कम होगी तो हाई मार्जिन होता है टॉप में और एक इनवेस्टमेंट बोला था कि नहीं तुम मुझे पैसे दिए जाओ अगर कुछ हो गया तो वैसे मिल जाएगा और नहीं हुआ तो भी
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दिन का इंतज़ार था अरे कोल इंडिया का आईपीओ आएगा जी और पेटीएम का इशू आएगा और रिलायंस पावर का आईपीओ आएगा जितनी भी बड़े बड़े आईपीओ है सारे के सारे हुए तो धनिए कोई बहुत बड़ा लिस्ट इंडियन भी नहीं मिल पाया तो ट्रेंड वैसे भी फेवर में नहीं है तो अब मैं आपको मेरा फाइनल कंफ्यूज नंबर दूं मेरा फाइनल क्वेश्चन है कि इसका इतिहास बहुत बढ़िया रहा है इसने भारतीयों के लिए भारत के लिए बहुत अच्छा काम किया बट फ्यूचर की जो बिजनेस फंडामेंटल हैं उसमें मुझे फिट नहीं लगती तो मुझे ऐसी कंपनी में पैसा लगाना है जिसमें आज कैसा लगा तो कंपनी डबल-ट्रिपल चार गुना हो और
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