भारत में महंगाई || मुद्रास्फीति की व्याख्या | भारत में क्यों बढ़ रही है महंगाई |
कि भारत में महंगाई दिनोंदिन बढ़ती जा रही है चाहे वह पेट्रोल जिसमें दो या खाने पीने की चीजों की अब सवाल यह कि आरबीआई और सरकार इस को कंट्रोल करने के लिए बहुत सारी कदम उठा रही है और इन कदमों की वजह से पॉसिबिलिटी है कि भैया मंदिर आ जाए श्याम रसिया योगनिद्रा हमारे भारतीय अर्थव्यवस्था पर असर होने वाला है या को बैड के सदमे से हमारी अर्थव्यवस्था अभी तक पूरी तरह भर पाई है या नहीं और अगर ऐसा कुछ होने वाला है तो आखिर हुआ क्या यह महंगा यूं ही बढ़ती रहेगी यह सरकार के प्रयासों से कहीं मंदिर आ जाए तो अगर मंदी आती है या तेजी आती है पहले अपनी यह समझते
हैं और दूसरा अगर इनमें से कुछ आने वाला है तो आप और मेरे को ऐड व्यापारी क्या करना चाहिए ऐसा आम भारतीय हमको क्या करना चाहिए कौन से बिजनस चलेंगे कौन से बिजनस नहीं चल पाएंगे और हम क्या ऐसा उपाय करें कि हम आने वाली महंगाई या आने वाली मंदी से बच सके और एक अच्छा जीवन जी सके तो करते हैं आज के वीडियो की शुरुआत जो कि बांदा के लिए नहीं हाथ जनता के लिए है जो इंटरटेन में नहीं इन्फोटेनमेंट रही है तो शीघ्र शुरुआत है [संगीत] 100 आज की शुरुआत करते बहुत ही बेसिकली बेसिक चीज से देखो इकोनॉमी इतनी पर डिफिकल्ट चाहिए जितनी लोगों ने बना रखिए
बड़ी आसानी से सिंपल सी चीज है अमन समझना चालू करते हैं तो सबसे पहले बात करते आजकल हर के चल क्या रहा है आजकल भारत में चली महंगाई तो समझते है मैं यही है क्या अरे किससे नापी जाती हो महंगा का मतलब है भैया जैसा आप जानते हैं कि यह किसी भी खाने-पीने किया पेट्रोल किया कुछ भी बेसिक गुड्स और सर्विस की चीजों का महंगा हो जाएं और मैदा ये कैसा है अब एक और छोटी-मोटी प्राइस बढ़ना तो हेल्प अर्थव्यवस्था के लिए हल्दी है अगर थोड़ी बहुत महल बढ़ती है तो यह रिश्ता के लिए अच्छी है वह बढ़ती ले लीजिए सरकार ने इसको छोटी-मोटी को कहा है चार परसेंट कि गत चार
परसेंट तक महंगा है तो कोई दिक्कत नहीं है इन फैक्ट दो परसेंट एडिशन मार्जिन हो दिया कि चलो चार है तभी चाय भी हो जाए तो टेंशन वाली बात नहीं है टेंशन तक चालू होगी जब यह 6 से ऊपर के लिए कैसे ऊपर जाने का मतलब है कि आपकी खाने-पीने की चीजें वस्तुएं यह काम में आने वाली बेसिक जो विदाउट है प्रश्न की रेट एवरेज रेट से ज्यादा महंगे है तो जनवरी 2022 का डेटा सर्च है पॉइंट्स जीरो पर यह नीचे से ऊपर निकली और बहुत छोटी सी अट फरवरी में थोड़ी चिंता बढ़ी जबकि बड़ी 60.
08 थोड़ी और बढ़ गई साफ और मार्च में कर दी इसमें हद या ही 6 पॉइंट पहचान में और उसके बाद आवेदक को एक्शन में आना पड़ा और आरबीआई ने रेपो रेट पर 40 पैसे बढ़ा है अगर अप्रैल की बात करें तो वह f-18 075 886 से भैया बहुत आगे निकल जाएगी तो इस बात को सरकार भी मानती है अरबी मानती है कि भारत में महंगा यह ऑफिशियल अधिकृत रूप से आम जनता की नहीं सरकार भी इस बात को मानते थे अब जब जिम्मेदारी होती जैसे को महंगा होती है दो कारणों से और दो मुख्य कारण हैं पहला मुख्य कारण सुविधाएं डिमांड पुल इसका मतलब डिमांड-सप्लाई गेम है अगर किसी चीज की सप्लाई कम है और डिमांड बहुत सारा जाए तो वैसी ही हो जाती
है तो भारत में भी क्या हुआ चीज़ों की डिमांड बहुत तेजी से बढ़ने लग रही है और उसका कारण क्या लोगों के हाथ में पैसा अब वह लोग राजी लोगों के हाथ में पैसा कैसे है याद करो को मिटाया था इस पूरे भारत में भैया पर्स क्वार्टर कि जब देखी थी 23 परसेंट से ज्यादा इकॉनमी ढाल हो गई थी सब लोग डर है तबीयत क्या होगा क्या होगा पूरे भारत ही नहीं पूरे विश्व में चल रहा था तो पूरे विश्व की सरकारों ने कहा भैया यह कोर्ट के चक्कर में दर्द होता हो जाएगी तो लोगों ने पुष्प देना चालू किया क्या दिव्य व सस्ता जैसे तैसे इंजेक्शन लगाते हुए भी
लगा उसको आगे बढ़ाओ ज्यादा आपको मोदी जी का ऐतिहासिक 20 लाख करोड़ का पैकेज और यूनिवर्स में भाई साहब पैसे बांटे जा रहे हैं हर जगह पैसे बांट रहे अनाज बट न जाने क्या-क्या बढ़ रहा है तो इतना चीजें बटी और मैंने कातिल SSC का टेक्सचर भी मत दो एक्स रिटर्न बाद में भर देना है कि मैं आपको छूट मिल गई वह पैसे बच गए गवर्नमेंट कभी अनाज पर यह फ्री वह फ्री फिर दुनिया भर की चीजें उन्होंने दी इलाज में दुनियाभर की फैसिलिटी मिली तो दुनिया के पास जो पैसा खर्च होता वह काफी हद तक खर्च हुआ नहीं और लोगों पर पैसा रह गया वह सब पैसा रह गया अब दुनिया जो को वैट से चलकर
मार्केट में आई है उस पैसे को भैया मार्केट में खर्च करने को उतारू है और यह इतना सारा पैसा चीजों के पीछे भाग रहा है तो महंगाई बढ़नी मैं अब दूसरी महिलाएं होती है कॉस्ट पूछते इधर खाने-पीने की चीजें पैसे बढ़ जाए तो मै नही होती है उस पर ऐसे मामलों की करेला हो गया वहीं जड़ा क्यों इधर तो डिमांड बढ़ गई अब सप्लाई की बात करें तो यह भिक्षु करेगा यह दो गया तो आदि चीजें जो यह क्रीम जाती थी वह बंदे रखी है रसिया से दी थी वह बंदे रखिए उसके चक्कर में ऑयल कंपनियों ने अपने प्राइज और बढ़ा रखें तुम्हारा ऑयल खरीदना महंगा हो चुका है बहुत सारी चीजें जो इधर से आती थी
वह बंद हो गई यह चाइना में लोग बन गया नहीं चाइना में भी शंघाई में समझो बेटा चाहे सब कुछ लोग कर दिया तो बहुत सारी चीजें कई तरह का रो मटेरियल कई तरह की मशीनें कई तरह के प्रोडक्ट पैसे है जो मेरे पास आई नहीं पा रहे उसके चक्कर में क्या हो गया जो चीज है जिनके डिमांड है वह तो है कम दो लोगों का पैसा है उसके चक्कर में यह महंगाई एकदम रिकॉर्ड तेजी से बढ़ गई अब भाई लोग ऐसा कर इकोनॉमी नार्मल चल रही होती तो गवर्नमेंट किसी चीज में हाथ नहीं डालती लेकिन जब लगता है कि महंगाई बढ़ गई तो गवर्नमेंट उतरती है यह लगता है कि यार भैया मंदिर आ गई तो वरुण करती है
तो जो गवर्नमेंट को लगा था कि वे के बाद यह बंधक कि गवर्नमेंट दूसरी ओर इतनी सारी चीजें थी नींद इतनी सारी चीजें जीतू भैया मैं नहीं आ गया अब महंगा कोई अब गवर्नमेंट प्लान कर रही है मंदी ला रहे थे गवर्नमेंट निकाल दिया मंदी से बचाना है खूब पैसा दे दिया अब बोलो भैया बहुत ज्यादा तेज हो गई तो इस पैसे को वापस खींच लें तो आरबीआई ने रेपो रेट 2012 एक बार 40 ही व 50 पैसे इसका मतलब होता है रेपो रेट का मतलब मैंने एक अलग से वीडियो बना है आप लिंक डिस्क्रिप्शन में आप जाकर देख सकते हैं उसमें से बुदबुदाए रेपो रेट का मतलब होता है वह रेट जिस रेट पर IDBI बैंक को लोन
देती है अब आरबीआई ने का भैया मैं जिस भी रेट पर चार रूम पर मैं आपको लोन देती थी अब मैं दूंगी चारों पर नंबर कैसे करें तो बैंक को पैसा महंगा मिलेगा तो बैंक विजया बैंक और है जो हमको पैसा भेज दे रखा है बैंक उसकी रेट भी बढ़ेगी तो जब आपके पास मान लो अगर आप महीने में rs.10000 किस पर खर्चा जाता है अगर वह ज्यादा खर्च बढ़कर 11000 यह बाजारों जाएगा तो आपके हाथ में पैसा कम हो गया और दूसरा जब लोन महंगे हो जाएंगे तो लोग व्यापारी लोन लेने में व्यस्त रहेंगे तो वह बिजनेस कंजक्शन है वह अधीन हो जाएगा तो मार्केट में और ऑयल प्रोडक्शन टीम हो जाएगा तो थोड़ी जॉब कम
होगी और जॉब कम होगी इधर लोगों के हाथ में इंकम कमा जाएगी तो जब लोगों के हाथ में इनकम कम हो गई है उन्हें अब महंगाई कम बढ़ेगी ना तो सरकार है क्या-क्या क्वेश्चन है रीसेंट लेकर रहेंगे मोदी जी का भी एक्साइज ड्यूटी कम करके वाटर पेट्रोल में कम कर दिए यह भी प्रयास था मैं इसे बचाने का दूसरा होने का की भैया गेहूं और अनाज का जो एक्सपोर्ट होता था उस पर बैन लगा दिया कि नहीं भैया गेहूं व पहले से कहीं ज्यादा फिट कर दिया भी हमारे खाने के लेना पड़ता है तो गेहूं का बंद कर दिया राइस का बंद कर दिया अभी दबने पर बैन लगा दिया तो गवर्नमेंट है कर रही है चीजों पर बैन लगा
करके चीज़ों की सप्लाई बढ़ रही है आप की दिक्कत न हो भारत की चिंता को और इस तरह से एक हल्के हाथ से पैसा कम कर रही है लेकिन समस्या का एक ही बड़ी तरीके से काम करती है अब तो बहुत से पैसा जाएगा अब या प्रोडक्शन रुकेगा आम आदमी खर्च करने से ड्रा करके इनकम कम हो गई आधुनिक खर्च करने से डर है वह आम आदमी खर्च कम करेगा आप उसका यह पैरों की बिजनस थिस प्रॉब्लम होगी व्युअर्स वेलकम को बिजनस पेंट कम करेंगे प्रॉडक्शन कम करेंगे धीरे-धीरे पर जॉब भी कम होगी और जॉब कम होगी फिर रूटीन साइकिल जाएगा तो 1 एक्सपोर्टर जता रहे हैं कि कहीं इस महंगाई को कंट्रोल करने के चक्कर
में नित नए एक्शन लेने के लिए मंदी की तरफ चल पड़े पिछले पांच-छह महीने से यह डर सभी एक्सपर्ट को सुधार है कि बाकी आपसे होगा क्या और सबकी निगाहें अगले छह महीने से लेकर 12 मैंने पर टिकी हुई है कि आने वाले मार 2030 तक क्या होता है देश में फ्लैशलाइट बंद आ जाती है यह देश में किसी भी कारण से इंप्रेशन कंट्रोल में आ सकता है क्या जो आप के पहले भी ऐसी परिस्थितियां आती रहती अर्थव्यवस्था में यह तेजी मंदी के साइकिल आते रहते हैं कोई बड़ी बात नहीं है और आपकी बात बड़ी इसलिए क्योंकि सप्लाई चेन डिस्टर्ब है रे यूक्रेन का युद्ध चल रहा है कोरुना वाला
मैटर चल रहा है चाइना वाला मैटर चल रहा है उस चक्कर में थोड़ा सा चीजें डिफिकल्ट हो गई है तो आने वाले 9 महीने बड़े क्रिटिकल है अर्थव्यवस्था के पीछे अब सवाल ये आतंकवादी हमला करें तो सीधी सी बात है अगर आप बिजनेसमैन है तो सबसे पहले ही ज्यादा कोई भी अपना एक्सपैंशन प्लान है तो दो बार कि आपने रोज एक जोर लगा लेते सोच लो हो सकता है फैक्ट्री लगा इतनी डिमांड है कि मार्केट में कुछ समय में दिमाग होने वाली है और विमान गया नहीं हुई तो सरकार और प्रेस करेंगे यह रेपो रेट हो सकता और बढ़ा दी जाए तो मार्केट में हाथ से पैसा करने की कवायद चालू हो चुकी है कि जब तक नहीं
रुकेगा जब तक टेंपरेचर - मिल जाता तो इस चक्कर में कल को फैक्ट्री लगा लोअर पहन कर लो दो दुकान और कॉर्न फ्लोर पर करो कि डिमांड गए और थोड़ा सतर्क रहें सावधान है कौन सी Industries आगे बढ़ेगी जो बेसिक दर्शकों कभी कोई खतरा नहीं होता क्योंकि रोटी-कपड़ा-मकान यह मैसेज चलता है लोग कपड़े पहने ही लोग खाना खाएंगे इन चीजों में बेसिक चीजों में शिक्षा में मेडिकल में कोई दिक्कत नहीं आएगी कि महिला आयोग तो भी काम चलता रहेगा लेकिन जितनी भी एस्पिरेशनल चीज है कि घूमने जाना मूवी में जाना अब महंगी महंगी टीनएजर इन लग्जरी आइटम करीना इन में काफी चीजें देखी जा
सकती है क्योंकि जब आप Motors करो झज्जर में पैसा यह तो खून उबलने जाएगा झज्जर में पैसा नहीं सकून प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट करने जाएगा बेसिक प्रॉपर किसी को रहना है मजा मैं तुम्हें रहेगा कि बचपन पलकों से काफी बेहतर इसमें गिरावट आएगी तो जितनी भी ऐसी चीज है जो अर्थव्यवस्था के पहले भूनने से बढ़ते हैं उनमें दिक्कत आने वाली है तो अगर आप इस सेक्टर से जुड़े व्यापारी है तो थोड़ा व्यापार को अभी सावधानी बरतें सेविंग्स पर ध्यान रहे कि हम भारतीय जनता का करें हमारी चिंता सबसे पहले फूड की तरह से बहुत सारे इन्फ्लेशन है उसका कारण है
कि हम वेस्टेज भी ज्यादा करते हैं तो एक बार वैसे मेरी आपसे रिक्वेस्ट है थोड़ा खाना हम गैस करें दूसरा अपने खर्चे कंट्रोल करें एक संयमित अगर आप जिंदगी जी रहे हैं तो आपके खर्चे अपने आप कम रहेंगे क्योंकि आने वाले टाइम में इन कंपैक्ट आने वाला है तो अपनी सेविंग बचाकर रखें अनावश्यक खर्च न करें और फूड इन्फ्लेशन कंट्रोल करने के लिए अपने फिजूलखर्ची पर खाने की बर्बादी पर भी ध्यान रखिए ऐसा इन्वेस्टर में है जैसा कि आप कई लोगों की प्रॉफिट अगर आपने काफी अच्छा प्रॉफिट कमाने है तो भी थोड़ा सा शायद प्रोफिट बुकिंग टाइम है क्योंकि अगर इकोनामी अब
थोड़ा मन इधर जाती है तो भैया धीरे-धीरे वह आपको साइंस में निफ्टी ने मार्केट में देखने को मिलेगा लेकिन हां अगर मंदी आती है तो उसे ज़ोर सेमेस्टर 2 बड़ा पैसा लगाना चाहते हैं उनके लिए बहुत बढ़िया क्वालिटी आने वाली है तो बैड के अगले छह से नौ महीने में हम देखेंगे कि क्या होता है क्या नहीं होता मैं इस पर नजर बनाए रखा हूं और इस पर जो भी अपडेट होगी मैं आपको वीडियो के माध्यम से देता रखें आप मुझे कमेंट बॉक्स बताइए कि जो स्टडी थी आपको कैसी लगी और अगर आपका कोई डाउट है कि जब मैं तो ऐसा हूं मैं क्या करूं मैं क्या करूं या आने वाले कॉर्नर मैं आपको क्या
एक्शन लेना ही इस पर कोई सवाल है तो मुझे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं और वीडियो कैसा लगा मुझे बता सकते हैं और भी कोई टॉपिक जो आपको परेशान कर रहा है विचलित कर रहा है सर क्या करें क्या ना करें कोई गेस्ट अभी मुझे बताइए मैं जरूर उस पर लेकर आता हूं तो तब तक के लिए धन्यवाद जय Hind
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