चीन के रियल एस्टेट संकट की व्याख्या | चीन के रियल एस्टेट संकट का विस्तृत विश्लेषण


China’s Real Estate Crisis Explained | Detailed Analysis of Chinas Real Estate Crisis





चीन के बुरे दिन शुरू होने वाले हैं चीन की अर्थव्यवस्था के पहिए जो आज तक दौड़ रहे द ना अब भैया रुकते ही दिखेंगे क्यों क्योंकि चीन का जो रियल स्टेट मार्केट है उसकी पुरी जीडीपी का 25 से 30% अकेला है और उसे मार्केट में लास्ट होती है 3 साल से मंडी चल रही है चीन की सबसे बड़ी रियल स्टेट कंपनी में से एक एवरग्रैंड है 300 बिलियन के लोन पे ऑलरेडी डिफॉल्ट कर चुकी है 18 से ऐसे बड़े-बड़े बिल्डर्स हैं जिन्होंने ऑलरेडी bankrups की घोषित कर दी है और 100 से ज्यादा शहरों में 300 से ज्यादा प्रोजेक्ट पे तलवार लटकी हुई है बहुत सारे ऐसे कस्टमर हैं जिन्होंने पैसे


दे दिए ये मैं दे दी लेकिन उनको घर का पोजीशन नहीं मिल रहा है वो 100 से ज्यादा शहरों में प्रदर्शन कर रहे हैं और धीरे-धीरे यह प्रदर्शन बढ़ाने वाला है आखिर हो क्या रहा है चीन के रियल स्टेट मार्केट में आज जानेंगे हम चीन के क्राइसिस के बारे में की वक्त क्या हुआ क्यों हुआ क्यों हुआ कैसे हुआ जो आज चीन में हो रहा है लोगों के साथ कहीं ऐसा हमारे साथ ना हो जाए उसको जानने के लिए रियल स्टेट इंडस्ट्री को समझते हैं और इस वीडियो को अंत तक जरूर देखें [संगीत] अगर क्राइसिस की बात करें अभी चीन में हो क्या रहा है पहले आपको एक लाइन में वह


समझता हूं चीन में भाई साहब धन 2014 से लेकर 2020 के बीच में जितने भी फ्लैट्स बुक हुए द उनमें से मात्रा 60% की डिलीवरी दी गई है 40% तो घर जो प्रॉमिस डेट थी उसे पे डिलीवरी ही नहीं की इस समय जितने भी टोटल बिल्डर चीन में ऑपरेट करते हैं उसमें 40% बिल्डर किसी ने किसी प्रकार के कर्ज के संकट से जूझ रहे हैं उनके पास पैसों की कमी है उसके चक्कर में जितने भी प्रोजेक्ट उन 40% बिल्डर्स के हाथ में है उनमें से 20% प्रोजेक्ट पे तो कम हो गया बंद और आशंका है की अगले कुछ समय में 40 से 50% प्रोजेक्ट बंद हो जाएंगे तो जिन भी लोगों


ने पैसा दिया डाउन पेमेंट दिया वो डूब चुका है वो कर रेगुलर तीन साल से 4 साल से 5 साल से आई मैं दे रहे हैं फिर भी उनको नहीं मिला तो जितने भी होम ओनर द वो परेशान हो गए और उन्होंने धरने प्रदर्शन चालू कर दिए की भैया अब हम ये मैं नहीं देंगे अभी मैं नहीं देने से क्या होगा भैया वो कंपनियों जो ऑलरेडी बहुत सारी कमियां तो ऑलरेडी डिफॉल्ट कर चुकी और बहुत सारी कंपनियों जो अब डिफॉल्ट करेगी दे ही नहीं रहे और जब बिल्डर डिफॉल्ट करेंगे तो उन्होंने जिन सप्लायर्स से पैसा लिया था जो उनका फर्नीचर का पैसा सेरेमिक का पैसा टाइल का पैसा वह पैसा भी डूबेगा


और धीरे-धीरे अर्थव्यवस्था एक बहुत बड़ी मंडी की गिरता में फैंस जाएगी तो इतना बड़ा इंपैक्ट होने वाला है और भी क्या इंपैक्ट है मैं samjhaunga लेकिन सबसे पहले अपने कम करते हैं चीन के रियल स्टेट मार्केट को समझ लेते हैं और मैं बताऊं ये बहुत ज्यादा डिफरेंस नहीं है इंडिया के मार्केट से तो इसलिए इसको ये मत होना चाहें ऐसे अपने को क्या मतलब भाई साहब ये चीज सोचो इंडिया में कहां-कहां लगती है इसमें कहां अपने पास अपॉर्चुनिटी है और कहां पे फैंस सकते हैं तो ध्यान से सुनना तो चीन के रियल स्टेट मार्केट की शुरुआत होती है 1978 से क्योंकि 1978 तक क्या था


चीन बहुत ज्यादा गुरु भी नहीं हुआ था दूसरा वहां पे में लैंड चीन में जमीन खरीदने बेचने पे फ्रीली पाबंदी थी हर कोई व्यक्ति अपनी इच्छा से अपनी मर्जी से नहीं ले सकता था बहुत रिस्ट्रिक्शन बहुत कम लोग दुनिया भर की कानूनी करवाई करके फिर मिलता था वो भी पॉसिबल आम आदमी के लिए था नहीं 1978 में रिस्ट्रिक्शन है गई की भाई ठीक है अब जो चाहो कर सकते हो दूसरा क्या हुआ इंडस्ट्रियलिज्म की रफ्तार 1978 के बाद से बड़ी तो जितना भी विकास होने लगा वह कौन लगा बड़े-बड़े शहरों में तो जितने भी गांव में चाइनीस रहते द उन्होंने कहा चलो शहरों


की तरफ और वर्ल्ड के विश्व के इतिहास का सबसे बड़ा माइग्रेशन हुआ इतने लोग गए आप ऐसे इमेजिन कीजिए मैं आपको फैक्ट के साथ बात करते हैं यही अपने में और बाकी यूट्यूब चैनल में डिफरेंस है फैक्ट पे फोकस ज्यादा रहता है 1978 में 18% चाइनीस ऐसे हैं जो रहते द शहरों में और उसे समय वर्ल्ड की 37% पापुलेशन रहती थी शहरों में तो चीन भैया वर्ल्ड का आधा था अब भाई साहब 2022 तक आते-आते क्या हालत हो गई पता है 64% चाइनीस शहरों में रहने लग गए पूरा गांव उसमें शिफ्ट हो गया और वर्ल्ड आप 57% ही रहता है तू कहां हम वर्ल्ड के आधे द वर्ल्ड से 20% ऊपर चाइनीस रहते हैं आज की


डेट में 90 करोड़ चाइनीस शहरों में रहते हैं अपन कहते हैं भारत गांव में बजाता है लेकिन ये अर्बनाइजेशन वाली रेट जैसे विकास होगा गांव के लोग यहां आएंगे और जब ऐसा पता तो क्या होता है रियल स्टेट की प्राइस बढ़ते हैं और चीन में भी यही हुआ अब चीन की जनसंख्या तो किसी से छुपी नहीं है तो इतनी जनसंख्या होने के चक्कर में चीन में हर साल 15 मिलियन यानी 1.


5 करोड़ घर बनते हैं और 1.5 करोड़ कितने होते हैं उस के घर में लो यूरोप के घर में लो इनका टोटल लगा लो उसका 5 गुना कर लो इतने घर चीन किला बनाता है हर साल और ये जितना भी डेवलपमेंट हुआ ये सरकार ने नहीं किया सरकार ने किया मात्रा 11% 7% सरकारी कंपनियों कर रही है 4% सब्सिडी सीडी वाला मामला 18% मतलब जो डोमिनेंट प्लेयर है वो कौन सा है प्राइवेट प्लेयर्स तो चीन में लास्ट 20-25 साल में जो प्राइवेट प्लेयर्स की ग्रोथ होगी ना उतनी किसी की हुई नहीं और जब घर को देख के तेरी डिमांड आई तो 90 इसके आसपास चीन की बैंक ने का दिया ऐसा करो 40% डाउन पेमेंट


करना पड़ेगा तुम्हें 60% का तो मैं लोन मिल जाएगा और लोन आराम से मिलने लग गए तो भाई लोन आराम से मिलने लग गए तो भाई साहब और ज्यादा ग्रोथ हो गई अच्छा एक और कारण है बड़ा शानदार कारण है आपको मजा आएगा ये भारत से लिंक के 100% चीन मैं आपको पता है की वैन चाइल्ड पॉलिसी थी की भैया एक बच्चा पैदा कर सकते हो दूसरा तो कर नहीं सकते तो उसे चक्कर में वहां पे क्या है 35 मिलियन यानी 3.


5 करोड़ मेल ज्यादा है फीमेल से यानी वहां पे मेल ज्यादा है फीमेल कम है तो शादी होना बड़ा मुश्किल होता है और वहां शादी का जो क्वेश्चन मार्क है सीधा शादी के लिए पहला सवाल घर है क्या बोले घर है तो शादी होती है अगर चीन में आपके पास घर नहीं है तो शादी होना नामुमकिन तो नहीं पर बहुत बहुत ज्यादा मुश्किल है और इसका असर आप देखो प्रॉपर्टी की रेट्स में कैसे पड़ता है क्योंकि सोशल कारण से भी आप घर लेना चाह रहे हो फाइनेंशियल कारण से अब घर लेना चाह रहे हो तो घर की इतनी डिमांड बड़ी की बीजिंग में जो प्रॉपर्टी के प्राइस द वो 10 साल में 114% लगभग डबल शंघाई की बात करो 150% की बात करो 271%


मतलब वहां के बड़े शहर छोटे शहर उससे छोटे शहर हर शहर में प्रॉपर्टी बढ़ रही है तो चीन में एक सिंपल सी कहानी है की भैया अगर अमीर बन्ना है तो एक ही तरीका है जितना लोन ले सकते हो और उसे लोन से एक ही कम करो प्रॉपर्टी खरीदो क्योंकि चीन में 1978 से लेकर रूप में प्रॉपर्टी की रेट कभी डाउन सिर्फ ऊपर ही ऊपर गए हैं तो अपन कहते हैं अपन शेयर मार्केट में लगे गोल्ड में लगाए इसमें लगे उसमें लगे वहां पे इधर उधर लगाते ही नहीं है वहां कहते हैं सिर्फ प्रॉपर्टी मार्केट तो चीन इसका 70% जो पैसा है वो प्रॉपर्टी मार्केट में लगा हुआ है एक-एक बंदे का पैसा यहीं है अब आप बोलो


राहुल जी सब कुछ बढ़िया चल रहा है फिर मजे हैं इसमें दिक्कत क्या है दिक्कत क्या है की सर 40 साल से अगर प्राइस बड़ी रहे होंगे तो क्या होगा सोचो प्राइस बड़े ही जा रहे बड़े जाए तो चीज इतनी ज्यादा महंगी हुई जो मुंबई दिल्ली गुड़गांव के हाल है में हाल हो गए भैया इतना महंगा है आम आदमी लेकर ऐसे तो गवर्नमेंट ने कहा है इतनी महंगाई तो नहीं होनी चाहिए थोड़ा कंट्रोल करो तो गवर्नमेंट ने कंट्रोल करने की कोशिश की तो क्या क्या कर दिया अलग-अलग डिसीजन तो एक छोटा लोकल कम है वहां पे प्राइस कैसे बढ़ रही थी की बड़े-बड़े शहरों के लोग इन्वेस्ट कर रहे द उन्होंने


पाबंदी लगा दी की नहीं बताई यहां पे है ना जयपुर है तो जयपुर में जयपुर के लोग इन्वेस्ट करेंगे बाहर के लोग नहीं कर सकते तो जयपुर तो बड़ी रहता बाहर के लोगों के इन्वेस्टमेंट से बाहर की लोग इन्वेस्टमेंट जयपुर में प्रॉपर्टी मार्केट एक ही दिन में टूट गया तो इसे बहुत सारे प्रोविंसेस प्रॉपर्टी मार्केट उद रहा था गवर्नमेंट ने चेंज की उसी समय मार्केट टूट गया और जितने लोगों ने पैसा लगाया था सब टेंशन में और ये तो चलो छोटी-छोटी चीज है गांव मोहल्ले जिला स्टार पे हो गई असली बात क्या होगी जब गवर्नमेंट ने सोचा की भैया ऐसा है ये


बहुत बड़ा क्राइसिस यह 2008 हुआ था उस में गई अपने साथ ऐसा नहीं हो जाए अपने को एक्शन लेना पड़ेगा क्योंकि वहां पे क्या होता है बहुत ज्यादा लोन ले लिया था और ये रियल स्टेट कमियां क्या कर रही थी वैसे तो रूल है की भाई अगर आपने एक प्रोजेक्ट लिया है तो उसका पैसा लो और इसी प्रोजेक्ट में लगाओ लेकिन अब बड़ी-बड़ी कमियां क्या करने लग गई इस प्रोजेक्ट का पैसा लिया दूसरे में लगा दिया दूसरे का प्रोजेक्ट तीसरे में लगा दिया तीसरे का पैसा चौथे में लगा दिया ऐसे कर रही थी तो उन्होंने कहा अरे तो बहुत जरूरत से ज्यादा लोन ले चुके हैं


तो चाइनीस गवर्नमेंट ने थ्री लाइंस सिस्टम लॉन्च किया थ्री लाइंस सिस्टम थ्री लाइन सिस्टम मतलब तीन चीज बोली पहली चीज से बोली की अगर तुम्हारी लायबिलिटी तुम्हारी एसेट के 70% से ज्यादा है तुम्हें लोन नहीं देंगे तुम्हारे पास जितनी संपत्ति है उसके 70% से ज्यादा लायबिलिटी है नहीं दे रहे हैं दूसरा का दिया जितना तुम्हारे जेब से पैसा लगा है उसके 100% से अगर तुम्हें लोन लिया तो भी नहीं देंगे भाई साहब और तीसरा इनको का दिया की जितनी तुम्हारी शॉर्ट टर्म लायबिलिटी है तुमको अगले 6 महीने साल भर में जो देना है उतना तुम्हारे पास लिक्विड एसेट या कैश या बैंक


होना चाहिए नहीं तुम्हें नहीं देंगे जैसे ये रूल आया भाई साहब बड़े बड़ों के टेंशन हो गई क्योंकि लोगों के पास खुद का पैसा था ही नहीं लोग कैसे ब्रेल स्टेट उसे समय कैसे कम कर रहा था और आप शायद रिलेट करेंगे आपके भी कुछ इंडिया में भी कुछ बिल्डर्स या कुछ शहरों से वो कैसे कम कर रहा था कस्टमर से पैसा ए रखा है वो भी ए रखा है सप्लायर को अभी तक पैसा दिया नहीं है चार जगह से और लोन ले तो बैंक का लोन लिया हुआ है कस्टमर का एडवांस आया हुआ है सप्लायर का पैसा बाकी है ये सारा कहां गया दूसरे प्रोजेक्ट में दूसरा कहां गया तीसरे प्रोजेक्ट में तो भाई साहब चीन में जब ऐसा


हुआ तो उनके हाथ देखो किस तरह से फंसे हुए 40 प्रोजेक्ट का पैसा लेके अगले 40 प्रोजेक्ट में लगा रखा था अब वो 40 प्रोजेक्ट में अगले सरकार ने कहा अब पैसा नहीं मिलेगा सरकार ने बंद कर दिया तो बाहर लोन देने वालों ने कहा कुछ तो गड़बड़ है उन्होंने भी बंद कर दिया अब उनके पास पैसा है ही नहीं की जो हाथ के प्रोजेक्ट है उनको बना दे और जो हाथ के प्रोजेक्ट नहीं 21 ए गई भाई की ए गई तुम तो दे ही नहीं रहे ये मैं तो जा ही जा रही है तो जितने भी एमी देने वाले द ना वो सारे अभी रोड पे ए गए की भैया हम तो ये मायने देंगे तो ग्राहक का रहा है मैं ना डन बैंक कहता है


मैं लोन ना डन और बाहर वाले के मैं भी ना डन और सप्लायर के ना हमारे पैसे निकल तो ये जो इस तरह की रिस्ट्रिक्शन है उसका फर्क इतना बड़ा की एक कंपनी थी एवरग्रैंडे जो की चीन में रेवेन्यू के हिसाब से सेकंड लार्जेस्ट कंपनी थी और अगर वर्ल्ड की बात ओपन करेंगे वैल्यूएशन के हिसाब से तो दुनिया की सबसे वैल्यू रियल स्टेट कंपनी थी उसके एक समय पे 1300 से ज्यादा प्रोजेक्ट चल रहे हैं 1300 से ज्यादा अब तक सवा करोड़ लोगों को ऑलरेडी वो घर दे चुके हैं इतनी बड़ी कंपनी लोन में डिफॉल्ट करेंगे 1300 प्रोजेक्ट सवा करोड़ के डिलीवरी इतने करोड़ लैंड बोले भैया पैसे ही नहीं है


डिफॉल्ट हो गया 300 बिलियन डॉलर 300 बिलियन डॉलर कितना होता है कैसे डाउन हुए 50 बिलियन की कंपनी हाथ खड़े कर देती है ना तो पूरे मार्केट में ए जाता है कॉन्फिडेंस क्राइसिस अगर इतने बड़े आदमी फैल हो गया तो छोटे-मोटे को तो भरोसा ही क्या है तो नई जितनी भी सेल थी वो भी रुक गई तो evergredi के जितने प्रोजेक्ट पसंद है वो फंसे रहेंगे नई सेल हो नहीं रही क्योंकि यही फैल हो गया तो बाकी का क्या तो नई सेल हो नहीं रही और जब नई सेल नहीं हो रही तो प्रॉपर्टी के मार्केट की प्राइस घटने लग गए अब आपके देश की जनसंख्या का 70% पैसा रियल स्टेट मार्केट में है और वो


धीरे-धीरे कम हो रहा है तो क्या हालत होगी भाई साहब अभी हालत सन लो क्या क्या हालत हो रही है 18 से ज्यादा मेजर बड़े-बड़े ऑलरेडी डिफॉल्ट कर चुके 93 सिटीज में 319 प्रोडक्ट अभी अफेक्टेड चल रहा है मतलब रुके हुए हैं उन 39 प्रोजेक्ट क्या-क्या विषय किसी को भी नहीं पता 300 विलन का डिफॉल्ट तो हो चुका है 300 मिलियन का निकट भविष्य में होने की पुरी संभावना है वही 300 मिलेंगे तीन अंबानी बराबर समझ लो आप क्राइसिस का कारण क्या है वो तो आपको समझा दिया अब समझाना है इसका इंपैक्ट क्या है होगा क्या कैसे बर्बाद होंगे लेकिन उससे पहले एक बात बताओ ये जो वीडियो मैंने इतनी


अच्छी बनाई है इस पे रिसर्च की है इसका कॉन्फिडेंस कैसे मिलता है की यार आज की डेट में ₹2 लाख लोग हैं मुझे सुनने वाले तो फिर एक मैन करता है कुछ करें पर यही संख्या अगर 4 लाख हो या यही संख्या 10 लाख हो तो वीडियो बनाने का मैन कुछ और भी करेगा तो मेरा एक मानना है सर मेरा आपसे रिक्वेस्ट है अगर आपको लगता है की भाई मेहनत कर रहा है और अपने चैनल डिजर्व करता है एक मिलियन व्यूज तो सर सब्सक्राइब करके अपना फर्ज निभा और शेयर करके ज्यादा से ज्यादा लोगों को बताओ की अरे बांदा कम कर क्योंकि इधर इस क्राइसिस पे 10 वीडियो है मैंने खुद ने देखी कोई समझा ही नहीं का


रहा लेकिन जब मैं इतनी डेप्थ रिसर्च करता हूं तो मैं सोचता हूं की यार इतनी डेथ रिसर्च की 1 लाख लोग देख रहे हैं और जिसने हवा में का दिया उसकी एक विलन सब्सक्राइबर है तो सर ये वाला जो चीज है इसको थोड़ा सा करो जो मेहनत कर रहा है मार्केट में स्टैंड आउट कराओके इसने मेहनत की है देखो इस वीडियो को तो इंपैक्ट पे ए रहा हूं लेकिन एक छोटी सी रिक्वेस्ट है सब्सक्राइब कर दो और आपका लाइक और कमेंट में पढ़ता हूं तो उससे बहुत मोटिवेशन मिलता है तो कमेंट तो करते ही रहना अब चलते हैं इंपैक्ट अब इंपैक्ट समझ मत जाना इसको की एक बार डोमिनो गिरता है मतलब एक चीज गिरती


है तो कहां कहां इफेक्ट आता है पहला इफेक्ट लोकल गवर्नमेंट जो है वहां की जैसे मैंने कहा जयपुर राजस्थान तो जयपुर लोकल जो नगर निगम है उसका में पैसा आता है यहां पे जितने भी रजिस्ट्री होती है प्रॉपर्टी खरीदी बेची जाती है उसके स्टैंप रेवेन्यू स्टैंप ड्यूटी रजिस्ट्रेशन का वहां पे भी ऐसा ही सीन है अब जब वहां पे रियल स्टेट की परचेज परचेज ही बंद हो गई तो ये जो लोकल नगर निगम या चीन के द उनकी इनकम 40-40% डाउन हो गई तो प्राइवेट बैंक के करीब हो रहा है जनता गरीब हो रही है सरकार भी गरीब हो रही है अभी 12% वैकेंसी रेट है मतलब 12% ऐसे हैं जो फ्लैट बन गए अब भाई


साहब बिक नहीं रहे क्योंकि वो आधा अधूरा बने आधा अधूरे में तो कौन रहेगा उसके चक्कर में एक चीज सप्लायर सारे नहीं बैठ गए फॉर एग्जांपल आप आपका फर्नीचर का कम था और आप इन रियल स्टेट को फर्नीचर अप्लाई करते द अब आपने एक करोड़ का फर्क दे रखा है वो फैल हो गया तो सप्लायर के रुक गए तो सप्लायर के पुराने पैसे फस गए और हर उसे सप्लायर की जो साल की 5 करोड़ की सेल थी वो 50 लाख भी नहीं हो रही तो रियल स्टेट इंडस्ट्रीज डेवलपर्स जुड़े हुए किसी भी लोग ठेचा श्रमिक वाले द chahetile वाले द चाहे वह वाले द उनकी सबकी सेल 90-90% तक गिर गई और पुराने पैसे फंसे हैं जो अलग तो


रियल स्टेट मार्केट तब उससे आसपास की इंडस्ट्री ढाबा इन्वेस्टर ढाबा अब ये सब लोग जब डिफॉल्ट करेंगे क्योंकि रियल स्टेट वालों ने लोन ले रखा है इन सब में भी लोन ले रखा है अब ये लोन चुकाएंगे नहीं तो बैंक भी दबाओगे चीन में कोई भी चीज तुरंत तबाह नहीं होती चीन की ब्यूटी है उस में कुछ भी होता है तुरंत होता है यहां पे सरकार सब छुपा लेती है तो ये जो इंपैक्ट है अगर भारत में होता तो एकदम सिख क्राइसिस ए जाता यहां पे इनके क्राइसिस आया है पर इस क्राइसिस को ढाबा लेंगे और ये धीरे-धीरे इंपैक्ट तो आना है धीरे-धीरे आएगा और एक प्लस चीज क्या है की ये चीन की


इकोनॉमी इतनी अंदर ही अंदर है की इस टाइम पे ज्यादा वर्ल्ड पे नहीं पड़ेगा वर्ल्ड पे बहुत ज्यादा अगर उस में होता है तो पूरा वर्ल्ड परेशान हो जाता है चीन में होगा चीन के लाई भक्ते का बाकी बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा तो ये थी चीन के रियल स्टेट की कहानी अब बात है की हम इससे क्या सीखे सबसे पहले एक चीज सुनना जहां भी ऑर्गेनाइजेशन हो रहा है आपको लग रहा है कोई ऐसा शहर है जहां पे गांव के लोग शहरों की तरफ शिफ्ट है वहां पर रियल स्टेट में इन्वेस्ट कर दो क्योंकि वहां तो प्रॉपर्टी बढ़ेगी बढ़ेगी पहली चीज लेकिन एक चीज है अंडर कंस्ट्रक्शन जो भी मकान है वहां पे


इन्वेस्ट करने से पहले सबसे पहले आप उसकी चाहे बैलेंस शीट समझ लो या मार्केट में रिपोर्टिंग ले लो की ये बांदा टाइम पर प्रोजेक्ट कंप्लीट करता है की नहीं करता टाइम से पहले करता है तो बहुत बढ़िया है जो जिनकी हिस्ट्री है की 12 महीना बोल के 24 महीने में देते हैं उनसे थोड़ा बचें क्योंकि आपको पता नहीं उनकी बैलेंस शीट में क्या बम पड़ा और किस दिन टूट जाए और आप पता चले की राधे पैसे दे चुके और उसके बाद भी नहीं ए रहा तो मैं ये नहीं का रहा अंडर कंस्ट्रक्शन में इन्वेस्ट करना ही नहीं है करो खूब करो लेकिन बंदे की बात क्रेडिबिलिटी चेक करके पास रिकॉर्ड चेक


करके फिर आपको उसमें इन्वेस्ट करना चाहिए तो ये था चीन का लिस्टेड क्राइसिस अभी बहुत सारे क्राइसिस में बहुत सारी वीडियो आने वाली है आपका चैट बॉक्स में कुछ सजेशन होगी सर इस टॉपिक पे एक वीडियो चाहिए वो वीडियो लेकर मैं फिर आऊंगा तब तक के लिए धन्यवाद जय हिंद लेकिन सर सब्सक्राइब वाली बात मत भूल जाना सब्सक्राइब कर दो और वो बेल आइकन भी ढाबा दो फटाफट कर दो कर दो मिलते हैं जल्दी