भारत में बिजली संकट | कोयले की कमी || भारत में बिजली संकट |
कि भारत में फिर बिजली का संकट इधर 122 साल का सबसे गर्म अप्रैल का महीना आ गया है और आठ-दस घंटे बिजली की कटौती हुई है तो आखिर भैया ऐसा क्यों हो रहा है अब एक बार की बात तो कोई फर्क नहीं पड़ता ऐसा हर बार होता है तो आखिर चक्कर क्या है क्या भारत के पास कोई हिला नहीं है यह कोयला तो है देने के पैसे नहीं है यह जो सरकारें फ्री बिजली का वादा करती है उस चक्कर में तो बंगाली हो रहा है आखिर हम समझते हैं कि क्राइसिस if you है यह हर बार क्यों आता है इसकी जड़ क्या है और क्या यह क्राइसिस दूर कभी हो सकता है उसके उपायों पर भी चर्चा करेंगे कि यह चैनल आप लोगों के लिए
है जिन्हें एंटरटेनमेंट रही है यह उन कुछ खास लोगों के लिए है जिनको इन्फोटेनमेंट चाहिए इन्फॉर्मेशन के साथ इंटरटेन है तो चलिए शुरू करते हैं बिजली संकट पर पूरी केस स्टडी ओं कि अ ये सभी भारत ने बिजली संकट का जिक्र होता है घूम फिर के बाद आती है कोयला संगठन और हम कोर्ट ने आम आदमी को सकता है शायद भैया भारत में कोयले की कमी होगी शायद भारत में बिजली की कमी होगी तो आपको मैं बता दूं बाहर विश्व का तीसरा सबसे बड़ा बिजली पैदा करने वाला देश और अगर कोई लें की बात की जाए तो विश्व का पांचवां सबसे बड़ा कोयला पैदा करने वाला देश है भारत के पास इस समय
340 मिलीयन टन कोयला है जो हमारी आज की डिपार्टमेंट के हिसाब से 111 साल तक भी भारत में कोयले की कमी बिल्कुल भी फिर भी ऐसा होने के बावजूद भी हम को बाहर से कोयला मंगाना पड़ता है वह भी महंगी महंगी रेटों पर आखिर ये हो क्या रहा है तो पहले हम समझते हैं बिजली कैसे बनती है और बनकर आज तक और मुझ तक पहुंचती कैसे इसका पूरा गणित समझते हैं पूरा क्वेश्चन समझते हैं पूरी चेंज समिति इस कड़ी में सबसे पहले आते हैं एनर्जी प्रोड्यूस करने वाले बिजली कैसे कैसे बनती है भारत में बिजली कोई रेसिपी बनती है सोलर से भी बनती है पानी से भी बनती है हर तरह से बहुत सारे
अलग-अलग सोर्सेस अवेलेबल पर सबसे ज्यादा भारत में जो बिजली बनती है भारत की बिजली का 70% जो बनता है वह बनता है कोई लिस्ट को लेकर मैन्युफैक्चर नहीं करने वाली कोई ले का उत्पादन करने वाली प्रेजेंट करने वाली सबसे बड़ी कंपनी है सरकारी कंपनी कोल इंडिया कोल इंडिया कोयला निकालती है यह पहला स्टेप फिर वह रेलवे के माध्यम से जाता है जनरेशन कंपनियों के पास जिनको देश में करते हैं जिनको यह कंपनियां व है जो बिजली पैदा करती है यह कमियां जैसे टाटा पावर होगी अदाणी पावर होगी तो यह कंपनी है बिजली पैदा करती है जैन को उसके बाद यह कुछ कंपनियां होती है जो बिजली को
ट्रांसमिट करती है कृपया कोयला या कोई ले से बिजली पैदा होगी अब इस बिजली को भैया पूरे भारत में लगे पहुंचाओ वह आती है ट्रांसमिशन कंपनी ट्रांसमिशन कंपनी अलग स्टेट तक पहुंच जाती है उसके बाद आती है डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी जिसको कहते हैं डिश को भेजो क्वेश्चन मम्मी से लेती है और आम जनता तक किसानों तक घरों तक ट्रैक्टरों तक पहुंचाती है तीली पूरा इको सिस्टम क्लियर इस पूरे इको सिस्टम है जो सबसे इंपोर्टेंट है जहां से पंगा चालू होता है वह डिश को जो डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी है जो सर यहां से गूंदना है कि तो यहां से बन चालू करते हैं
सबसे पहले जो कंपनी चालू है यह जोड़ को यह प्रोवाइड करा रही है यह कोल इंडिया और यह प्रॉफिट में इसके टेंशन ही नहीं है क्योंकि भैया इसके बाद दुनिया भर का दौरा पड़ा है जिस तरह मांगों के भैया हमको उसके देखेंगे तो इनके पास तो भैया कोई कमी है तो यह रहती है प्रॉफिट में यह कोई लाइन को मिलता है तो जो कंपनियां पावर जनरेट कर दिए यह आगे बेचती है ट्रांसमिशन कंपनी या डिस्कॉम को तो यह अपनी रहते चार्ज करती है तो यह भी रतिया प्रॉफिट में तो भैया कोयला देने वाली प्रॉफिट में जनरेट करने वाली प्रॉफिट में Transport करने वाली प्रॉफिट
में और जो बनता है उसको बिजली मिल रही है यह बीच में डिस्कॉम यह रहती है नुकसान नुकसान छोटा-मोटा ने है हर साल हजारों करोड़ों कि अगर इंडिया के सारे डिस्को मिला ले जाएं 90 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान है और यह नुकसान हादसा करें इस अजवाइन कितने सालों से चला आ रहा है धारी जो फसाद की जड़ है वह यह इश्क पे तो आखिर डिस्कॉम कंपनी लॉस में क्यों है नंबर कोयला बहुत सारा है बढ़ाने की टेंशन नहीं ट्रांसमिट के टेंशन नहीं यह भैया कंपनी का ग्लास में डिस्कॉम के लास्ट में होने का सबसे बड़ा कारण है at&c लॉसेस टो क्या हुआ एग्रीगेट
टेक्निकल एंड कमर्शियल रस टेक्निकल लौट आऊंगा टेक्निकल रोष फैला हुआ लाइन में फोल्ड है कि बिजली भाई सब जहां से ट्रांसमिशन तो निकली पर डिस्को अंदर जाते-जाते बीच में थोड़ा सा चीजें सो गई या डिस्कॉम से निकली और जनता के वहां तक जाते-जाते थोड़ी सी चीजें हो गई यह तो टेक्निकल और एक लॉस होता है चोरी किसी ने भाई साहब का आटा डाल लिया किसी ने बीच में वह डाल लिया और अवैध तरीके से बिजली हैं तो जूते डिस्ट्रिक्ट पर वेंडर है कभी-कभार हमें इसी तरीके से लेते हैं कुछ फैक्ट्री वाले लेते हैं कुछ मिलने मिलीभगत होती है तो कुछ इस प्रकार चोरी हो जाती है तीसरा
युवक बिल्डिंग में अनियमितता है इन इंफेक्शंस है बिल भरना ज्यादा 10,000 का उस सॉफ्टवेयर में दिक्कत है बिल्ली 6000 का बन रहा है तो आपने बिल कब मनाया या लाइन बिजली दर से बढ़ जाने में इज्जत हो गई या बिजली की चोरी हो गई यह सारे टेक्निकल रिसर्च और कमर्शल और सच है कि आपने तो बिल बना कर दे दी आधे लोग पेमेंट ही नहीं कर रहे या पेमेंट करने गए वहां पर 50,000 का बिल का मिलीभगत हो गई और पिज़्ज़ा का कलेक्शन कर केवल खत्म कर दिया यह जो सारी चीजें हैं इसके चक्कर में होता है वह कमर चलो तो यह टोटल ATM सील ऑप्शन है यह इंडिया का है 22% मतलब मान कर चलो
कि जहां ₹100 का पेमेंट आना चाहिए अब इसका तो आता ही निभाई तो ऐसे गीत जो आता है अंतर्गत है यह ग्लोबल एवरेज सेक्टर आठ प्रतिशत का यूज मैच है प्रतिशत जापान है पांच प्रतिशत और हम बैठे हैं 22% तो भैया कोई ऐसा बंदा जान ₹100 के चीज भेजते हो और 22 कि तो ऐसी दोस्तों जाती है कैसे बना पाएगा मेरे दोस्त सकें इसका कारण पॉलिटिक्स है अब जरा मुझे पॉलिटिक्स और बिजली का क्या कनेक्शन है तरह कनेक्शन की वजह तो बहुत बड़ा पंगा है और देखा जाए तो यही मूल कारण है यह थोड़ा सा इतिहास मगर जाए तो जब भारत आजाद हुआ था उस समय पैसा बिजली की बहुत कमी थी तो सेंट्रल बोर्ड था
उसने स्टेट बोर्ड बनाया स्टेट बोर्ड अपना इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड बनाती थी वहीं सारे काम करती थी सेट चैट बोर्ड है जैसे राजस्थान बोर्ड है हमारा एक प्रोडक्ट वह क्या करती थी बिजली खुद की बनानी भी खुद है ट्रांसफर भी कुछ कर रही है डिस्ट्रीब्यूटर भी खुश कर रही है और मेन फोकस हो तथा कि भारत में इंडस्ट्री को बढ़ावा देना है तो जितनी भी फैक्ट्री है इनको थोड़ा जल्दी इनको ज्यादा जब बिजली कमेंट खराब सस्ती से सस्ती बिजली प्रोवाइड कराओ और 1617 तक बढ़िया चल रहा था मजा आ रहे थे सेवेंटीज के आसपास पॉलिटिशंस को लगा यह बात बताओ यह फैक्ट्री वाले इतने से
तो है है और यह वोट नहीं देते व्हाट्सएप में देती है जनता पिस जनता को थोड़ा लगा दिया जाए इस जनता कहते हैं वह यादव किसान होना ह क्रिएटिव करोगे हां फ्री में बिजली देंगे हम को लेकर आओ कि सामने का फ्री में बिजली भैया आप को वोट देंगे तो भैया सरकार ने का चलो भाई किसानों को फ्री बिजली अच्छा यह जो है ना घर वाले इन को भी तबीयत थोड़ी सी फ्री बिजली और अभी फ्री में बिजली दोगे यह सस्ती बिजली दोगे तो भैया पैसा कहां से आएगा तो बोलेंगे जो फैक्ट्री है ना इनसे ज्यादा ले लो कौन सा और दे रहे हैं यह पैगाम रिचार्ज कराओ इन ज्यादा पैसे
ले लो दुकानदार उसे ज्यादा पर ले लो हम सर इसमें गेम में क्या दिक्कत है कि जिन दुकानदारों से तो मैं एक्स्ट्रा पैसे ले रहे हो हिंदू फैक्ट्री से पैसे ले रहे हो वह चाहिए तो एक्स्ट्रा पैसे तो बहुत कम लोगों से आ रहे हैं और जिनको तुमने सब्सिडी दी है वह भाई साहब लाखों और करोड़ों की संख्या में तो तुमको तो हमेशा बहुत ही होना है और आजकल तो कुछ पॉलिटिशन यह भी कह दिया कि भैया इतने यूनिट तक बिजली जलाओ तो फ्री है अब मुझे बताओ बिजली फ्रीज है लेकिन अभियान तो सुनना कि बिजली फ्री के घोषणा किसने की है नेताजी ने की तो नेता योजना कर दी और जनता ने मान ली
जनता ने कभी भी हमारे नेता जी बोलें बिजली का बिल नहीं देना हम तो बिजली का बिल नहीं देंगे अब आप जैन समझना पूरी चेन को लेकर आ जाओ वापस आप भाई साहब बिजली तो दे दी डिस्कॉम में अब डिस्कॉम को जनता पैसे नहीं दे रही जनता खैर हम नहीं देंगे बेसिक ब्रिटिश को माला बिल बनाकर भेजा जा रहा है और भैया सहित अगर हम भी तेरे पैसे फिर डिस्कवरी पॉलिटिशन के पास भैया आपने वादा किया था हमें तो वैसे आप 25 देते हैं देते हैं सरकार से पैसा निकालना कम बेहद तो सरकार डिस्कॉम को पैसे नहीं दे रही थी है तो इसको प्रसिद्ध है डिस्कॉम के है ट्रांसमिशन कंपनी को पैसे नहीं दे पा और
फ्रांस की टीम ने के पास पैसे नहीं आ पा रहे तो ट्रांसमिशन कंपनी है जनरेशन कंपनी है वह इस आफ व्होल इंडिया को पैसे नहीं दे पा रही अब क्वालिटी के पास पैसे नहीं आ रहे हैं उसको निकालेगा तो फिर हो जाता है कोई लेकर संकट है यह जिसको आप बिजली संकट कहते हो या कोयला संकट कहते हो यह पेमेंट का संगठन है कि कॉलिंग अगर लहसुन को इलाहाबाद कितना निकाला अभी निकाल हैं लेकिन कैलेंडर के लिए पुराना पैसा तो तो जनरेशन कमियां पुराना पैसा नहीं दे पा रही कि जनरेशन म्यूट इसको पैसा नहीं दे रहे हैं और डिस्कॉम को राज्य सरकार पैसा नहीं थी तो यह पैसा ना होने के चक्कर में यह
सारा बिजली संकट पैदा हो रहा है और जब तक यह फैसला शीघ्र ही होगा यह संगठन आता ही रहेगा आज के डेट मैं आपको बताऊं ऑल इंडिया बिजली जनरेशन वाली कमियों से 12,300 करोड़ रुपए मांगते है अब मुझे बताओ ऑल इंडिया के दिन पहले मेरे 12304 लाओ तब दूंगी कोयला अब जनरेशन कमियां करती हो यह हम तो बाहर आ जाती है तुम्हारा अभी चुका दें है कि हमें डिस्कॉम से लेना है 110019 तो तुमसे एकलव्य जुड़ा जाएगा चीन को भारत इसे देंगे तो इस कम करना भैया 110002 ना आज दे दूंगा मैं सरकार से मांगता हूं दूल्हा करोड़ रुपए तो सरकार मुझे नहीं दे रही मैं तुम्हें नहीं दे रहा
व्याख्याकार ऐसा क्यों किया पेमेंट है स्पून या पेज सेटअप बात ऐसी है कि अगर मैंने यह कहानी सुना दी और सरकार को ब्लेंड कर दिया है डिस्कॉम को ब्लेंड कर दिया चोरी करने वालों को ब्लेंड कर दिया और यह वीडियो खत्म कर दी तो फिर इस चैनल में और दूसरे चलने फर्क नहीं रहे चैनल में प्रॉब्लम की बात हुई है सलूशन की बात होगी खास जनता की बात ना तब करते हैं सोल्यूशन पर चर्चा तो सबसे पहला सलूशन और यह नीति आयोग की रिपोर्ट में भी है और नीतियों ने खुद ड्रेस को समझा और यह कार्य के लिए इस पर काम करना चाहिए तो नीति आयोग की भी कुछ सजेशन है कुछ मेरे से टैब्स करके बात कर
दें पहला सजेशन जो यह है कि आपके इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम करो तुम्हारी लाइनें जो तू इंफ्रास्ट्रक्चर है जो तुम्हारी टेक्नोलॉजी है वह इतनी क्यों नहीं है कि बिजली पैदा करते खूब सारी बस इधर से उधर भेजने में लाइनें खराब होती तो अगर तुम्हें इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत कर लोगे तो जब हमारा 20 प्रश्न का लांच है कम से कम 12 पर सेंट आ जाएगा सात से आठ परसेंट की छीजत इधर से उधर जाने हो जाती है तुम बढ़िया टेक्नोलॉजी काम लो वह पैसे बढ़ जाएंगे तो बिजली ज्यादा बचेगी यह पहला सजेशन दूसरा सजेशन यह है कि आप भैया प्राइवेट प्लेयर्स टो इंवॉल्व करो क्या
हुआ यह तो डिस्कॉम कम है ना मोस्ट ऑफ द केस में सरकारी कमियां होती है पर कि मुंबई में दिल्ली में कई जगह पर एक्सपेरिमेंट किया क्या प्राइवेट कमियां लगा कर देखें तो क्या हो तो जो प्राइवेट कंपनियां लगाई है पेमेंट करना यह सिलेक्टर्स है यह 55 पर सेंट के आसपास था 2008 दिल्ली में जैसी प्राइवेट कंपनी आई प्राइवेट कंपनी ने कभी अपनी जेब से पैसा लग रहा है सरकारी घाटा थोड़ी है 2021 आते आते हैं कि जो लास्ट बचपन प्रतिशत रहा है यह गया साढ़े साथ होती है क्योंकि यह प्राइवेट कंपनियों को बनाता चाहिए इंफेक्शन से हम एकदम दूर कर दी पहले 2002
में जब राय कि सरकारी कंपनियां अधिक तब बढ़िया बहुत सारा पैसा बाकी था जनता पैसे देने गई थी प्राइवेट के अधीन आ गया प्राइवेट के रस में का पैसा दोगे तभी कनेक्शन काट देते हैं कनेक्शन कटने का डर लगा लोग यह ऐसे यह देखिए अब बाकी सब डूबी मिनिमम रह गया है लगभग शून्य के आसपास आ गया तो जब वह प्राइवेट कंपनी को बोल देते हो बैक तुम्हारा काम है तुम लगाओगे मीटर तुम मनाओगे बिल तुम लाओगे पैसा कलेक्टर के तुम लाओगे यह लाइनें तुम लगाओगे तो प्राइवेट कंपनी प्रॉफिट के चक्कर में इन सभी चीज़ो को ईमानदारी से करती है सरकारी खाते में तो कई पीढ़ी दर प्राइवेट
कंपनियों का मौका दोगे तो इज्जत कम होगी कलेक्शन बैटर होगा स्मार्ट मीटर लगे हर चीज भैया अपने मीटर लगाओ लोगों ने पुराने मीटर चल रहे हैं लोगों ने मीटर में तार में छेड़छाड़ कर रही रीड कर रखा है बिजली का मीटर इधर-उधर चला रहे थे जब से इस्मार्ट मीटर लगेंगे ना बहुत फर्क पड़ेगा मैं इसका अंदाजा बता दूं सरकार ने घोषणा की कि बच्चे अ करोड़ मीटर इस देश में पुराने लगे हुए हैं इनको सबको बदलो अभी तक से 11 लाख Twitter बदले कि उजाला मीटर बदलने से सरकार को पैदा हुआ है 264 करोड़ का तो अगर मैं इसी कैलकुलेशन हूं तो एक मीटर बदलने से लगभग 240 का फायदा हुआ है
तो जिस दिन भारत ने 25 करोड़ मीटर बदलने लगे ना टोटल है दोनों कितना हुआ 60 हजार करोड़ सिर्फ मीटर बदलने चौथा पॉलिटिशन को बोलो कि बिजली का रैम आदतों से दूर हैं तुमको आ रहा आज बकरीद है ना तुम्हारा वृद्धों और कुछ दिन है तो देव यह बिजली वाले हादसों से दूर हो फिर झांक पॉलिटिक्स इन चाहोगे डेहरी और जनता ने उनको वोट दें और यह क्रॉस इस तो भैया बना रहेगा चाहे तुम कुछ भी कर के देख लो एक और चीज है चाहे डिस्कॉम के साथ कि बिजली का रेट बढ़ाए सरकार तो पैसा वोट नहीं मिलेंगे बिजली के रेट और बिजली महंगी होगी बिजली नहीं कि हो गई जनता रोड पर वोट मिलेंगे तो
क्या है कि जनता से जो पैसे ले रहे हो उसके रेट बढ़ेंगे नहीं और उधर भाई साहब अगर बिजली बनी रहेगी तो जल्दी से हमने सिगरेट चार्ज करेगी तो इसको हमेशा लास्ट में रहेगा तो इसको थोड़ा फ्री कर दो वो बोला भैया ऐसा की डिमांड सपना का गेम रखेंगे बिजली महंगी महंगी सब्जियों की तरफ होंगी डर्टी पॉलिटिक्स से दूर निकलोगे तो काफी हद तक इस संकट का परमानेंट हो जाए पांचवा पॉइंट भैया को यहां से बाहर निकले तो यह हमारी सरपंच पर डिपेंड है और यह पूरा चक्कर यहां पर घूमता है अगर हम कोई लेकिन अगर सोलर पर आ जाते हैं वो भारत में जितनी अभी बिजली की जरूरत है और जितनी
अगले आठ सालों में 10 साल आम होगी उतना पैदा करने की भारत में क्षमता है लेकिन हम सारे डिपेंडेंसी खोलें मर्डर-2 सोलर पर भी दिमाग लगाओ हमारे मोटा भाई मुकेश अंबानी ने उन्होंने कहा कि सौंफ गिरावट काम मिलूंगा मैं सौभाग्य वार्ड की व्यवस्था 2030 तक करूंगा हमारे छोटे जो है अड़ानी भाई होली खेलने की 45 वीं का बोर्ड मेरिट से यह दोनों मिलकर इस वक्त 45 गिरावट का सोलर की व्यवस्था कर इसके अलावा भैया हाइड्रो से बिजली बना लो उसके लवर न्यूक्लीयर सब्जी बना लो फ्रांस को देखो 70% डिलीवरी सी बनाता है उसे कोई प्रदूषण भी नहीं होता तो कोई ले से करते हो तो
भैया प्रदूषण जिओ है तो कोई ले पर डिपेंड जी हटाओ सोलर पहले आने दो न्यूक्लियर पर आने दो तब जाकर आपको मजा है तो यह तो थी पूरे बिजली संकट पर मेरी ड्यूटी है कि आखिर यह संकट क्यों हुआ किसने चालू किया कैसे खत्म होगा और कुछ ऐसे कारण हैं जिसकी वजह समय लगता भी काफी समय तक रहने वाला है कि पॉलिटिशन बाद नहीं आएगी वैसे तो यह संकट बना रहेगा अब या तो सोलर पर आओ तो बजाओ मीटर लगाओ तो मत जाओ प्राइवेट के बाद में उतर जाओ नहीं तो भैया बिजली कटौती की आदत डाल लें तो इसपर आपकी क्या राय हैं सरकार को क्या कदम उठाने चाहिए इन सजेशन के अलावा कोई सजेशन है तो मुझे कमेंट
बॉक्स में बता दो अगला वीडियो का टॉपिक लेकर आऊंगा वह भी चेक बॉक्स मुझे बता दो और वीडियो कैसा लग रहा है अच्छा लग रहा है भाई तो लाइक करना और यह बताना यह गूगल अंकल को के भैया राहुल भैया जी बैठे कि तक भूनें फिर बना रहे हैं और यह बिजली संकट को लेकर आपके घर में परिवार में मोहल्ले में जो भी कंजूस फंदे कोई भी आदमी कुछ भी बात कर रहा है यह वीडियो शेयर करके और तक पहुंचाओ ताकि सही जानकारी मिले थे फेस मिले यह व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी के मैसेज फॉरवर्ड कर दें ऐसा कुछ नहीं होगा हक की बात करो फिगर की बात करो समझदारी वाली बात करो आंखों वाली बात करें तो मिलते हैं
अगले वीडियो के लिए धन्यवाद
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